What is Canonical Tag - Why it is important in SEO,Canonical Tag क्या होता है - यह SEO में क्यों महत्वपूर्ण है,

0

 Canonical Tag क्या होता है - यह SEO में क्यों महत्वपूर्ण है


स्वागत है आपका एक और ब्लॉग पोस्ट में, जिसमें आज हम बात करने जा रहे हैं Canonical Tag के बारे में. यदि आप एक ब्लॉगर हैं तो आपने कभी न कभी Canonical Tag का नाम जरूर सुना होगा.



लेकिन क्या आप जानते हैं Canonical Tag क्या होता है, Canonical Tag का उपयोग क्यों किया जाता है, Canonical Tag को उपयोग करने के क्या फायदे हैं और अपने ब्लॉग के लिए Canonical Tag कैसे बनाते हैं.


यदि आप उपरोक्त प्रश्नों के उत्तर जानना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक पढ़ें. इस लेख के माध्यम से आपके मन में कैनोनिकल टैग से जुड़े तमाम सवालों का जवाब मिलने वाला है.


Table of Contents

Canonical Tag क्या है

Canonical Tag की परिभाषा

Canonical URL क्या है

Canonical Tag Basic Structure

Canonical Tag का प्रयोग क्यों किया जाता है

किसी वेबसाइट या वेबपेज के एक से अधिक URL क्यों बनते हैं?

Canonical Tag कैसे बनाएं

Blogger में Canonical Tag कैसे जोड़ें

WordPress में Canonical Tag कैसे जोड़ें

यह लेख भी पढ़ें -


Canonical Tag क्या है

Google, Microsoft और Yahoo द्वारा फरवरी 2009 में Canonical Tag बनाया गया था जिसका मुख्य काम किसी भी वेबसाइट या वेबपेज के Most Preferred Page को सर्च इंजन को बताना था.


Canonical Tag मुख्य रूप से एक HTML कमांड होती है जो कि सर्च इंजन बोट्स को ब्लॉग के Head section में लिखा मिलता है.


Blog में कई बार ऐसा होता है कि एक ही कंटेंट या वेबपेज के लिए अलग-अलग URL बन जाते हैं. जिसके कारण Search Engine Bots सभी URL को अलग-अलग पेज मान लेते हैं और उनके सामने बड़ी समस्या रहती है कि कौन से URL को Index करें और किसको नहीं. इससे Blog में Duplicate Content या Canonical Issue की समस्या आती है.


इसी समस्या को दूर करने के लिए Canonical Tag का उपयोग किया जाता है. Canonical Tag के द्वारा हम अपने वेबपेज का मुख्य URL सर्च इंजन को बताते हैं. सर्च इंजन Canonical Tag में add किए गए URL से संबंधित वेबपेज को Index करते हैं और अन्य मिलते - जुलते URL को अनदेखा करते हैं.


Canonical Tag सर्च इंजन को बताता है कि वेबसाइट का कौन सा URL Preferred है जिसे इंडेक्स किया जाना है.


Canonical Tag की परिभाषा

Canonical Tag ब्लॉग के Head Section में लिखा एक HTML tag होता है. जो सर्च इंजन को बताता है कि यह हमारे ब्लॉग या वेबपेज का मुख्य URL है जिसे हमने कैनोनिकल टैग में add किया है. यदि हमारी वेबसाइट में कहीं और इससे मिलते - जुलते URL मिलते है, तो उस URL को नज़र अंदाज़ कर दिया जाए.


अर्थात आपने ब्लॉग के Canonical Tag में जो URL Add किया है वह आपके Webpage का Main URL है और बाकी URL जो उस Canonical URL से संबंधित हैं वे Main URL के डुप्लिकेट हैं.


Canonical URL क्या है

किसी वेबपेज के Most Preferred URL या मुख्य URL को Canonical URL कहा जाता है। Canonical URL सर्च इंजन को बताता है कि एक जैसे दिखने वाले URL में से मुख्य URL कौन सा है जिसे Index करना है.


Canonical Tag Basic Structure

<link rel=”canonical” href=”https://xyz.com/” />


Canonical Tag का प्रयोग क्यों किया जाता है

ब्लॉग के एक ही पेज के लिए कई बार दो या दो से अधिक URL बन जाते हैं. जिससे सर्च इंजन बॉट सभी URL को अलग-अलग पेज के रूप में इंडेक्स कर लेते हैं और डुप्लीकेट कंटेंट का Issue आ जाता है. इसी समस्या को हल करने के लिए कैनोनिकल टैग का उपयोग किया जाता है.


किसी वेबसाइट या वेबपेज के एक से अधिक URL क्यों बनते हैं?

मान लीजिए किसी वेबसाइट का मुख्य URL है https://www.xyz.com यह URL विभिन्न संस्करणों में इस प्रकार दिखाई देगा. जैसे-


• www.xyz.com ( बिना https:// के )


• https://xyz.com/AMP (वेबसाइट का AMP version)


• http://www.xyz.com (बिना SSL certificate के)


• https://www.xyz.com/?m=1 (ब्लॉगर का मोबाइल version)


ऊपर दिए गए चारों URL एक ही पेज के हैं लेकिन यहां इस page के अलग अलग Version बन गए हैं. सर्च इंजन बॉट इतने उन्नत नहीं हैं कि यह जान सकें कि ये सभी URL एक ही वेबसाइट के हैं. जिस कारण सर्च इंजन बॉट्स को Main URL बताने के लिए Canonical Tag का इस्तेमाल करना आवश्यक होता है.


कैनोनिकल टैग का उपयोग करके सर्च इंजन बॉट यह समझ जाते हैं कि कौन सा मुख्य URL है और कौन सा डुप्लिकेट URL है. जिससे हमारे वेबमास्टर टूल्स (गूगल सर्च कंसोल) में डुप्लीकेट कंटेंट या Canonical issue की समस्या नहीं आती है.


Canonical Tag कैसे बनाएं

• सर्वप्रथम आप कैनोनिकल टैग जनरेट करने वाली किसी भी वेबसाइट पर जाएं जैसे - Canonical Tag Generator 


• अब आपके सामने जो पेज खुलेगा उस पर आप अपनी वेबसाइट का URL डालकर सबमिट वाले ऑप्शन पर Click करें.


• आपका Canonical Tag बनकर तैयार हो जाएगा. इसके बाद आपको इस कोड को कॉपी करके अपनी वेबसाइट के हेड सेक्शन में पेस्ट कर देना है.


Blogger में Canonical Tag कैसे जोड़ें

• Blogger डैशबोर्ड के बायीं तरफ आपको थीम का option मिलेगा उस पर क्लिक करें.


• अब यहां Edit HTML पर क्लिक करें.


• Ctrl+F दबाएं और <head> ढूंढें.


• अब कैनोनिकल टैग को हेड सेक्शन के नीचे पेस्ट कर दें.



WordPress में Canonical Tag कैसे जोड़ें

Word Press में आपको ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है. आप जो भी SEO plugin का उपयोग करते हैं उसमें यह फीचर पहले से उपलब्ध होता है.


जब आप WordPress में article लिखेंगे तो SEO Plugin में Canonical URL का Option मिलेगा. यहां से आप चाहें तो Canonical URL को बदल सकते हैं नहीं तो इसे ऐसे ही रहने दें.


FAQ Section:


प्रश्न :- Canonical Tag क्या होते हैं?


उत्तर :- Canonical Tag ऐसे HTML Tag होते हैं जो Search Engine को बताते हैं कि वेबसाइट या वेबपेज का मुख्य URL कौन सा हैै.


प्रश्न :- क्या Canonical Tag SEO को प्रभावित करते हैं?


उत्तर :- Canonical Tag वेबसाइट को Duplicity की समस्या से बचाते हैं. जिससे वेबसाइट का Structure सही बना रहता है और User का अनुभव भी बेहतर होता है. इसलिए SEO में Canonical Tag महत्वपूर्ण होते हैं.


यह लेख भी पढ़ें -

  • Google AdSense Account Kaise Banaye


  • ब्लॉग को Google के #1 पेज में कैसे Rank करें 


  • Blogger में Meta Tag कैसे Add करें


  • Blogger URL से m=1 कैसे हटाएं


  • Search Engine Kaise Kaam karta hai



उम्मीद है आपको CanWhat is Canonical Tag - Why it is important in SEOonical Tag Kya Hota Hai लेख पसंद आया होगा. लेख को सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें.

Tags

Post a Comment

0Comments

Welcome to Addaji
Thank you
Reading and visit 😁😃

Post a Comment (0)